Write a composition about your views (250 words) on one of your favorite Indian
festival on the blog and how is this important in your life? How are Indian festivals
different from American festivals?
मेरे सबसे प्यारे हिंदुस्तानी त्योहार नवरात्री या दुर्गा पूजा हैं। मेरे परिवार के लिए दुर्गा पूजा एक बड़ी त्योहार हैं क्यूंकि दुर्गा पूजा बंगाली लोग के लिए सबसे बड़ी पूजा हैं। इस पूजा नौ दीन के लिय पूजा करते है। इन नौ दीनो में लोग देवी के पूजा करते हैं। पहलेदिन प्रतिपदा केहेते हैं, दूसरे दीन तृतीया केहेते हैं, तीसरे दिन चतुर्थी, फिर पंचमी, षष्टी, सप्तमी, अष्टमी, और फिर नवमी। मेरे सारे परिवार इस पूजा के लिया अपने अपने काम से छुट्टी लेते है और सबके साथ पूजा मानते है। हम सब एक दूसरे को नयी नयी कपड़े खरीददेता हूँ और अपने माँ, बाप, नाना, नानी, और सब बड़े लोगो को आशीर्वाद लेते हैं। इस त्यौहार और अमेरिकन त्यौहार में बहुत फरक परता हैं। अंग्रेजी त्यौहार नौ दिन तक नहीं मनाया जाता है। उन लोगों को त्योहार सिर्फ एक दो दीं होता है। उन लोगों का त्योहार सिर्फ खाने से होते है। हा, कुछ त्योहार के लिए लोग चर्च में पुआ करते है लेखिन चार जुलाई है जो लोग सिर्फ पटाका पकाते है और बहुत सरे खाना और दारू पीते है। भारीतय का त्योहार अपने अपने परिवार के साथ हमेशा लोग मानते है और पेहेले मंदिर यागुरुद्वारा या चर्च में पूजा पत करते है फिर अपने आपस में मस्ती करते है।
मेरे सबसे प्यारे हिंदुस्तानी त्योहार नवरात्री या दुर्गा पूजा हैं। मेरे परिवार के लिए दुर्गा पूजा एक बड़ी त्योहार हैं क्यूंकि दुर्गा पूजा बंगाली लोग के लिए सबसे बड़ी पूजा हैं। इस पूजा नौ दीन के लिय पूजा करते है। इन नौ दीनो में लोग देवी के पूजा करते हैं। पहलेदिन प्रतिपदा केहेते हैं, दूसरे दीन तृतीया केहेते हैं, तीसरे दिन चतुर्थी, फिर पंचमी, षष्टी, सप्तमी, अष्टमी, और फिर नवमी। मेरे सारे परिवार इस पूजा के लिया अपने अपने काम से छुट्टी लेते है और सबके साथ पूजा मानते है। हम सब एक दूसरे को नयी नयी कपड़े खरीददेता हूँ और अपने माँ, बाप, नाना, नानी, और सब बड़े लोगो को आशीर्वाद लेते हैं। इस त्यौहार और अमेरिकन त्यौहार में बहुत फरक परता हैं। अंग्रेजी त्यौहार नौ दिन तक नहीं मनाया जाता है। उन लोगों को त्योहार सिर्फ एक दो दीं होता है। उन लोगों का त्योहार सिर्फ खाने से होते है। हा, कुछ त्योहार के लिए लोग चर्च में पुआ करते है लेखिन चार जुलाई है जो लोग सिर्फ पटाका पकाते है और बहुत सरे खाना और दारू पीते है। भारीतय का त्योहार अपने अपने परिवार के साथ हमेशा लोग मानते है और पेहेले मंदिर यागुरुद्वारा या चर्च में पूजा पत करते है फिर अपने आपस में मस्ती करते है।
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