Tuesday, September 23, 2014

HW #5

मैं हमेशा से यूरोप की सरे देश गुमना छाते थी।  मुझे बहुत शोक है गुमने की।  बचपन से मैं अपनी पापा को बोलती थी की मैं सारा दुनिया ढकना छाती हूँ। मैं पहले पेरिस झना छाती हूँ। मैं एइफ्फेल टावर देखना छाती हूँ। मैं सुनती हूँ की वह बहुत सुन्दर हैं। मैं अपनी आखो से देखना छाती हूँ वह वास्तव में कितनी सुन्दर है. मैं झनती हूँ की वह बाहर खूब सुन्दर होगा इस लिए मैं जाना छाती हूँ. पेरिस के अलाबा मैं स्विट्ज़रलैंड जाना चैती हूँ। मैं सोचती हूँ अगर में वह जा सकती हूँ, तो मैं सारा सैर ढकना चाउंगा। मेरा चचेरा भाई वह गयी थी अपने हनीमून के लिए। वह मुझे भथया की वह बहुत सुन्दर है, इस लिए मैं वह जाना छाती हूँ। उनका तस्वीर देखर मुझे और भी अफ़सोस हुआ. मेने उनको भथया की मैं स्विट्ज़रलैंड जाऊंगा कभी ना कभी! 

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