महात्मा गांधी 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था। उसका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी है लेकिन उन्होंने अपने अनुयायियों से महान आत्मा या महात्मा का खिताब दिया गया था।उसके दो भाई और एक भें है लेकिन मोहनदास सबसे छोटी थी। उसके पिताजी में एक सरकारी है और उसके माताजी घर में रहते थे। 1883 में मोहनदास में कस्तूरबा से शादी थी। 1885 में मोहनदास के पिताजी मुरयु हो गई।मोहनदास चार बच्चों की थी, सबसे लड़कों हैं। उनके परिवार के एक लॉयर बनने के लिए मोहनदास चाहता था। मोहनदास 1888 में इंग्लैंड चले गए जब वह एक लॉयर के लिए पड़ते था। मोहनदास 1891 में एक लॉ डिग्री कमाई। मोहनदास दक्षिण अफ्रीका के चल गया। दक्षिण अफ्रीका में मोहनदास दूसरे भारतीयों की मदद किया के लिए एक बड़ा परेशान। मोहनदास दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों के लिए आजादी युद्ध किया। मोहनदास तो भारत वापस काल गई और वह स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे अपने जीवन के बाकी खर्च। वह जुलूसों लगतै थे और बहुत स्पिक दिये। 1947 में भारत स्वतंत्र हुआ। 1948 में गांधी जी गोडसे मूर्यु गया था। ये कहानी मेरे लिए एक बड़ा इम्पैक्ट है। मैं गांधीजी की प्रशंसा और अपने मामूली व्यक्तित्व।मुझे लगता है मैं उसके जैसे एक अच्छा जीवन जी सकता है कि आशा है। वह मेरे हीरो है।
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